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प्रधानमंत्री मोदी ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया

मुंबई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19,650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए) के पहले चरण का बुधवार को उद्घाटन किया। उन्होंने इसे “विकसित भारत” की एक झलक बताया, जो मुंबई क्षेत्र को एशिया का सबसे बड़ा कनेक्टिविटी केंद्र बनाने में मदद करेगा। एनएमआईए का पहला चरण 19,650 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और दिसंबर में चालू हो जाएगा। यह देश का सबसे बड़ा ‘ग्रीनफील्ड’ हवाई अड्डा है। इससे पहले, मोदी को लेकर विमान दोपहर करीब 2.40 बजे नए हवाई अड्डे पर उतरा। यह मुंबई क्षेत्र का दूसरा हवाई अड्डा है। कुल 1,160 हेक्टेयर में फैले इस हवाई अड्डे में पहले चरण में एक टर्मिनल और एक रनवे होगा, जिसकी वार्षिक यात्री क्षमता दो करोड़ होगी। मोदी ने विमानन परियोजना का उद्घाटन करने के बाद कहा, “मुंबई का लंबा इंतजार खत्म हो गया है, क्योंकि शहर को अब अपना दूसरा हवाई अड्डा मिल गया है, जिससे महाराष्ट्र के किसानों को यूरोप और अमेरिका के सुपरमार्केट से जुड़ने में भी मदद मिलेगी।” यह परियोजना वर्षों से बन रही थी और इसमें कई बार देरी हुई। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि यह हवाई अड्डा मुंबई महानगर क्षेत्र को एशिया का सबसे बड़ा कनेक्टिविटी केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कुल 1,160 हेक्टेयर में फैला यह नया हवाई अड्डा भारत की विमानन क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा और मुंबई के मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारी यातायात के बोझ को कम करेगा। उन्होंने मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “यह एक ऐसी परियोजना है जिसमें विकसित भारत की झलक दिखती है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हवाई अड्डा नए निवेश को आकर्षित करेगा और रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगा।

मोदी ने देश के विमानन क्षेत्र के विकास का उल्लेख करते हुए बताया कि 2014 से उनके नेतृत्व में यह किस प्रकार विकसित और विस्तारित हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत, जो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है, में 2014 में सिर्फ 74 हवाई अड्डे थे, लेकिन पिछले 11 वर्षों में इनकी संख्या बढ़कर 160 से अधिक हो गई है। इससे यह संकेत मिलता है कि उनकी सरकार इस प्रमुख क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना उड़ान के ज़रिए लाखों लोग हवाई यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय एयरलाइन कंपनियों ने 1,000 से ज़्यादा नए विमानों के ऑर्डर दिए हैं। मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य देश को वैश्विक एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत) केंद्र बनाना है। औपचारिक उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने नवनिर्मित सुविधाओं का अवलोकन किया।

इस अवसर पर नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि एनएमआईए रोजगार के लगभग दो लाख अवसर पैदा करने में मदद करेगा और मुंबई को देश की विमानन राजधानी बनाएगा। उद्घाटन समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार, अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी और नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी उपस्थित थे। एनएमआईए को 30 सितंबर को नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से हवाई अड्डा लाइसेंस प्राप्त हुआ। संपूर्ण परियोजना को नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (एनएमआईएएल) द्वारा कई चरणों में विकसित किया जा रहा है। इस कंपनी में अडाणी समूह की 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 26 प्रतिशत हिस्सेदारी महाराष्ट्र सरकार की नगर नियोजन और विकास एजेंसी सिडको के पास है। सभी चरण के पूरा होने पर एनएमआईए में चार टर्मिनल होंगे, जिनकी क्षमता प्रति वर्ष नौ करोड़ यात्रियों की होगी तथा माल ढुलाई क्षमता 32.5 लाख मीट्रिक टन होगी, जिससे यह एशिया के सबसे बड़े विमानन केंद्रों में से एक बन जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि एनएमआईए देश का पहला हवाई अड्डा होगा जो ‘वाटर टैक्सी’ से जुड़ा होगा। एनएमआईए का नाम कद्दावर नेता और सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत डीबी पाटिल के नाम पर रखा जाएगा, जिन्हें इस क्षेत्र के परियोजना प्रभावित लोगों को उचित मुआवज़ा दिलाने में उनके योगदान के लिए व्यापक रूप से सराहा जाता है। इसे आधिकारिक तौर पर ‘लोकनेते डीबी पाटिल नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ के नाम से जाना जाएगा।

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