बड़ा खुलासा, मां ने ही बेटी को पहले मारा, फिर लगायी फांसी

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में मां बेटी की मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि, मां ने पहले अपनी 10 वर्षीय बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना में महिला का छोटा बेटा किसी तरह कमरे से भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहा। बताया जा रहा है कि महिला लंबे समय से मानसिक तनाव में थी यह भयावह घटना बालोद शहर थाना क्षेत्र के शिकारीपारा वार्ड क्रमांक 18 की है। मृतका का नाम निकिता पटौदी (37 वर्ष) बताया जा रहा है, जबकि मृत बच्ची का नाम वैभवी (10 वर्ष) है। घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे की बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, मृतका निकिता पटौदी के पति स्वर्गीय रविशंकर पटौदी दल्लीराजहरा थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। करीब तीन वर्ष पहले कुसुमकसा के पास हुए सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी। पति की असामयिक मौत के बाद से निकिता गंभीर मानसिक तनाव और डिप्रेशन से गुजर रही थी। परिवार के मुताबिक, पति की मौत के बाद निकिता अपने मायके शिकारीपारा में बच्चों के साथ रह रही थी। बीते कुछ महीनों से वह अत्याधिक चुप और तनावग्रस्त रहती थी। परिजनों ने बताया कि, अक्सर वह अपने पति को याद कर रोया करती थी और कई बार खुद को खत्म करने की बातें भी करती थी। बीते शुक्रवार की रात निकिता ने पहले अपनी बेटी वैभवी का गला घोंट दिया। इस दौरान कमरे में उसका बेटा भी मौजूद था। जब उसने यह दृश्य देखा, तो किसी तरह कमरे से भागकर पड़ोसियों को सूचना दी। जब तक लोग मौके पर पहुंचे, निकिता ने साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना की जानकारी मिलते ही बालोद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने कमरे से साक्ष्य एकत्र किए हैं और घटना के कारणों की विस्तृत जांच शुरू कर दी है बालोद एसडीओपी ने बताया कि, प्रारंभिक जांच में मामला मानसिक तनाव से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। मृतका का पति की मौत के बाद से डिप्रेशन में रहना और बच्चों के भविष्य की चिंता करना उसकी मानसिक स्थिति को प्रभावित कर रहा था। फिलहाल, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।