RAIGARGH CG:बारूद के ढेर में बचपन बाल कल्याण विभाग को खबर नहीं। नाबालिको से लिया जा रहा काम..
RAIGARGH CG: Childhood in a pile of gunpowder, Child Welfare Department is unaware of it. Minors are being made to work.

RAIGARGH CG:पटाखा मार्केट और गोदाम में नाबालिगों से लिया जा रहा है काम,, बाल कल्याण विभाग को खबर नहीं
दीपावली का त्यौहार सामने आते ही जहां एक तरफ बाजारों की भीड़ भाड़ बढ़ जाती है,तो वहीं शहर के दुकानों में काम करने वाले श्रमिकों की कमी होने लगती है।
इस वजह से बल श्रम प्रतिबंधित होने के बावजूद कई व्यापारिक संस्थानों और दुकानों के मालिक खुलेआम बाल श्रमिकों से अपने यहां काम करवाने लगते है।
Read more:CG NAXAL STORY:नक्सलवाद का भय दिखाकर अंदरूनी इलाको में जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है.
कुछ ऐसा ही नजारा शहर मिनी स्टेडियम में लगने वाले पटाखा दुकानों में देखने को मिल रहा है। मजे की बात यह है कि बाल श्रम पर नजर रखने वाली सरकारी संस्था जिला बाल संरक्षण इकाई का कार्यालय यहां से महज। 100 मीटर की दूरी पर स्थित है।
Read more:CG NAXAL STORY:12 खूंखार हत्यारे नक्सली भेष बदल कर घूम रहे थे जंगल में, फोर्स ने धर दबोचा
बताया जा रहा है कि यहां अस्थाई तौर पर बनाए गए 30/40 पटाखा दुकानों में से ज्यादातर दुकानों में पिछले तीन चार दिनों से या तो घर के नाबालिग बच्चे या रोजी के हिसा से बाहर से लाए बाल श्रमिक काम कर है। इस बात की जानकारी बाल कल्याण विभाग को नहीं है। विभाग के अधिकारियो को में सूचना देने का प्रयास किया गया तो पहले उन्होंने कई बार काल जाने के बावजूद फोन नहीं उठाया।
फिर कार्यालय जाकर व्यक्तिगत इस विषय पर उन्हें सूचना दिए जाने पर उन्होंने खेद प्रकट करते हुए पटाखा दुकानों में बाल श्रम को खतरनाक और गैर कानूनी होना तो स्वीकारा। साथ ही वरिष्ठ प्रशासनिक अफसरों के दिशा निर्देश में टीम गठित कर पटाखा दुकान संचालकों के विरुद्ध उचित कार्यवाही किए जाने का भरोसा भी दिलाया।
बहरहाल विभाग की गंभीर लापरवाही के बीच मिनी स्टेडियम में स्थित ज्यादातर दुकानों में बच्चों का बाल श्रम बदस्तूर जारी है।